Deadly Fish: मछली को पोषण का एक अच्छा स्रोत माना जाता है, लेकिन सभी मछलियां सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होतीं। कुछ मछलियां विषाक्त हो सकती हैं और इनके सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। पोषण विशेषज्ञ इन मछलियों से बचने की सलाह देते हैं, खासकर उन मछलियों से जो हार्मोन, रसायन, या प्रदूषण से प्रभावित होती हैं।
इन मछलियों के सेवन से बचें
1. बड़ी मांगुर मछली
- बड़ी आकार की मांगुर मछलियां कृत्रिम रूप से हार्मोन इंजेक्ट करके बढ़ाई जाती हैं।
- ये हार्मोन शरीर में प्रवेश करके विषाक्तता और गंभीर बीमारियां का कारण बन सकते हैं।
- विकल्प: छोटी और प्राकृतिक रूप से विकसित मांगुर मछलियां चुनें।
2. ट्यूना मछली
- ट्यूना में पारा की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर के लिए हानिकारक है।
- खेती के दौरान इसे हार्मोन और एंटीबायोटिक्स दिए जाते हैं, जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
- गर्भवती महिलाएं ट्यूना के सेवन से विशेष रूप से बचें।
3. मैकेरल मछली
- इसमें भी पारा की अधिक मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में जमा होकर खतरनाक बीमारियां पैदा कर सकती है।
- विकल्प: स्थानीय और ताजा मछलियां को प्राथमिकता दें।
4. पंकल मछली
- यह मछली अक्सर प्रदूषित जल में पाई जाती है और औद्योगिक या कृषि अपशिष्ट खाकर जीवित रहती है।
- ऐसी मछलियां स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होती हैं।
5. पंगस मछली
- पंगस मछली की खेती में जहरीले कीटनाशकों और रासायनिक उर्वरकों का उपयोग किया जाता है।
- अध्ययन बताते हैं कि यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।
6. तिलापिया मछली
- तिलापिया में हानिकारक वसा की मात्रा अधिक होती है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने और हृदय रोगों का खतरा बढ़ाने का काम करती है।
पोषण विशेषज्ञों की सलाह
- सतर्कता जरूरी है: मछली खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता और स्रोत की जानकारी लें।
- प्राकृतिक स्रोत: स्थानीय और ताजा मछलियां चुनें, जिन्हें प्रदूषित जल या रसायनों से प्रभावित नहीं किया गया हो।
- मॉडरेशन अपनाएं: मछली का नियमित लेकिन सीमित मात्रा में सेवन करें।
- गर्भवती महिलाओं के लिए: गर्भावस्था के दौरान पारा युक्त मछलियों से बचें।
मछली का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन सही चयन और गुणवत्ता का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।