क्या आपका परफ्यूम बना सकता है बीमार? लेबल पढ़ने की आदत डालें, जानिए सुरक्षित इस्तेमाल का तरीका!

परफ्यूम केमिकल्स और उनके प्रभाव: परफ्यूम का उपयोग आमतौर पर पसीने की दुर्गंध छिपाने और खुद को फ्रेश महसूस करने के लिए किया जाता है। हालांकि, इनमें मौजूद केमिकल्स कई बार स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

परफ्यूम में मिलाए जाने वाले सामान्य केमिकल्स:

  1. एसीटोन और फॉर्मेल्डिहाइड: इनका अधिक उपयोग सिरदर्द, एलर्जी और त्वचा की समस्याएं पैदा कर सकता है।
  2. इथेनॉल (एथिल अल्कोहल): खुशबू को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाता है।

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इत्र और परफ्यूम में फर्क

  • इत्र: प्राकृतिक तत्वों जैसे गुलाब, बेला, चमेली से बनाया जाता है। इसमें केमिकल्स का उपयोग नहीं होता।
  • परफ्यूम: प्राकृतिक चीजों के साथ अल्कोहल और अन्य केमिकल्स का मिश्रण होता है।

परफ्यूम लगाने के जोखिम

डॉ. अंकित बंसल, एसोसिएट कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, बताते हैं:

  • सीधे स्किन पर लगाने के खतरे:
    • जलन, खुजली और रैशेज हो सकते हैं।
    • सेंसिटिव स्किन पर ड्राईनेस का कारण बन सकता है।
  • ज्यादा परफ्यूम लगाने के नुकसान:
    • स्किन एलर्जी, सिरदर्द और छींकें आने जैसी समस्याएं।

परफ्यूम खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें

  1. लेबल पढ़ें: चेक करें कि उसमें कौन-कौन से केमिकल्स हैं।
  2. अल्कोहल की मात्रा: 70% तक की डाइल्यूटेड मात्रा सेफ मानी जाती है।
  3. महक का टेस्ट: इसे कलाई पर लगाकर देखें। 10 मिनट तक खुजली या इरिटेशन न हो, तो परफ्यूम सुरक्षित है।

किन जगहों पर परफ्यूम न लगाएं

  1. आंखों के आसपास: यह क्षेत्र नाजुक और सेंसिटिव होता है।
  2. अंडरआर्म्स: खासकर शेविंग के तुरंत बाद, यह जलन और इरिटेशन का कारण बन सकता है।
  3. कटे-फटे हिस्सों पर: इससे इन्फेक्शन और जलन हो सकती है।

परफ्यूम लगाने की सही जगहें

  • पल्स पॉइंट्स: कलाई, गर्दन, कान के पीछे, और कोहनी पर लगाएं।
  • इन स्थानों पर परफ्यूम की खुशबू लंबे समय तक बनी रहती है और इन्फेक्शन का खतरा नहीं रहता।

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निष्कर्ष

परफ्यूम का सही उपयोग स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है। हमेशा उत्पाद के लेबल की जांच करें और त्वचा पर सीधे लगाने से पहले टेस्ट करें। सुरक्षित उपयोग के लिए प्राकृतिक इत्र को प्राथमिकता दें।

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