अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया फैसले से Adani Group को बड़ी राहत मिली है। ट्रंप प्रशासन ने Foreign Corrupt Practices Act (FCPA) से संबंधित चल रही जांचों को रोकने का आदेश दिया है। इससे अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन, अदाणी पावर जैसी कंपनियों के शेयरों में उछाल देखने को मिला।
FCPA क्या है और इसका असर?
Foreign Corrupt Practices Act (FCPA), 1977 एक अमेरिकी कानून है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी अधिकारियों को रिश्वत देने से रोकता है। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय व्यापार में नैतिकता और पारदर्शिता बनाए रखना है।
ट्रंप प्रशासन का मानना है कि यह कानून अमेरिकी कंपनियों की प्रतिस्पर्धा को प्रभावित करता है और उनके अंतरराष्ट्रीय व्यापार में बाधा डालता है। ट्रंप ने इस कानून में बदलाव की वकालत की, जिससे वैश्विक कंपनियों पर चल रही जांचें रोक दी गईं।
Adani Group के शेयरों में उछाल
इस फैसले के बाद Adani Group के शेयरों में उछाल देखा गया।
कंपनी | शेयर मूल्य वृद्धि (%) |
---|---|
अदाणी एंटरप्राइजेज | 4.28% |
अदाणी पावर | 4.17% |
अदाणी ग्रीन एनर्जी | 3.34% |
NDTV | 3.84% |
हालांकि, शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण कुछ शेयरों में गिरावट भी दर्ज की गई।
क्या यह फैसला Adani Group के लिए फायदेमंद है?
- जांच पर रोक से अदाणी समूह को राहत मिलेगी और उनकी वैश्विक साख मजबूत होगी।
- निवेशकों में सकारात्मक संकेत जाने से शेयरों में तेजी आ सकती है।
- नए प्रोजेक्ट्स में निवेश करने का मौका मिलेगा, जिससे व्यापार में विस्तार होगा।
हालांकि, आलोचकों का मानना है कि यह फैसला भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे सकता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नैतिकता और पारदर्शिता के नियमों को कमजोर कर सकता है।
आगे की संभावनाएं
अगर FCPA कानून में और ढील दी जाती है, तो अमेरिकी और वैश्विक कंपनियों को व्यापार करने में और अधिक स्वतंत्रता मिलेगी। हालांकि, इसका नकारात्मक प्रभाव भी हो सकता है क्योंकि इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की संभावना बढ़ सकती है।
Adani Group के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है क्योंकि इससे उनके खिलाफ चल रही जांचें रुक जाएंगी और कंपनी के विकास में मदद मिलेगी। अब यह देखना होगा कि भारतीय शेयर बाजार इस फैसले पर कैसी प्रतिक्रिया देता है।